बागपत, अगस्त 11 -- पहाडी से लेकर मैदानी इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश लोगों के लिए जी का जंजाल बन चुकी है। हथनीकुंड बैराज से काफी मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना एक बार फिर से उफान पर है। किनारों का कटान होने से यमुना किनारे स्थित गांवों में पानी घुसने का खतरा पैदा हो गया है। सैंकडों बीघा फसल यमुना में बहने से किसानों को काफी आर्थिक नुकसान पहुंचा हैं। इस समय यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है। हथनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने से यमुना उफान पर चल रही है जिससे यमुना किनारे स्थित दर्जनों गांवों में हालात बद से बदतर होने को हैं। किसानों की सैंकड़ों बीघा फसल यमुना में बह चुकी है जिससे लाखों रुपये की आर्थिक क्षति किसानों को पहुंची है। छपरौली, टांडा, कुरडी, शबगा, बदरखा, जागोस, कोताना आदि गांवों में यमुना का पानी कि...