बागपत, अगस्त 20 -- कोताना, जागोस व छपरौली क्षेत्र के यमुना किनारे बसे गांवों का यमुना में बढ़ते जलस्तर से अब ग्रामीण भयभीत हो चले हैं। हथिनीकुंड बैराज से यमुना में पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिससे यमुना किनारे सैकड़ों बीघा फसल डूब गई है। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ तौर पर देखी जा सकती हैं। हालांकि प्रशासन ने यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए यमुना किनारे बसे परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। छपरौली, टांडा कुर्डी, बदरखा, ककोर, शबगा, माढी, व जागोश आदि गांव के खादर में सैकड़ों बीघा जमीन पर गन्ना ,ज्वार, लौकी, गोभी, टमाटर ,धनिया, मिर्च ,करेला ,पेठा आदि सब्जियों की फसल बो रखी है। जो यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण खराब हो हो गई है। वहीं दूसरी ओर यमुना में खड़ी फसल को कुछ लोग जान जोखिम में डालकर काट...