मथुरा, अक्टूबर 23 -- गुरुवार को यमद्वितीया (भाईदूज) पर लाखों श्रद्धालु भाई-बहनों ने ऐतिहासिक विश्राम घाट समेत यमुना के विभिन्न घाटों पर यमुना में डुबकी लगाकर यमफांस से मुक्ति की कामना की। महास्नान के दौरान भाई-बहन के अटूट स्नेह का अनूठा संगम देखने को मिला। एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर यमुना में डुबकी लगाने के बाद बहनों ने जहां भाईयों के माथे पर टीका करके उनका मुंह मीठा कराया, वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार स्वरूप वस्त्र व नकदी आदि देकर उनके मंगल जीवन की कामना की। गुरुवार को प्रातः 4 बजे यमुना महारानी की महाआरती के बाद विश्राम घाट पर महास्नान का सिलसिला शुरू हुआ। सुबह पांच बजे के बाद तो महास्नान के लिए चारों दिशाओं से श्रद्धालु भाई-बहन का रेला उमड़ पड़ा। इसके चलते विश्राम घाट की ओर आने वाले प्रत्येक मार्ग पर पांव रखने तक की जगह नहीं मिली। धक्का-...