प्रतापगढ़ - कुंडा, अप्रैल 14 -- प्रतापगढ़, संवाददाता। जून जैसी झुलसाने वाली गर्मी का अप्रैल में ही अहसास करा रहे मौसम ने अचानक ऐसी करवट बदली कि एसी कूलर तो दूर पंखे तक बंद हो गए। सुबह के समय चली ठंडी हवा ने सिर्फ हल्के कपड़ों में बाहर निकलने वालों के रोंगटे खड़े कर दिए। इस दौरान सांस के जिन मरीजों से इस तरह की लापरवाही हुई उनकी बीमारी उभर आई। नियमित दवा भी बेअसर साबित होने लगे। ऐसे मरीजों की संख्या शनिवार को ओपीडी में आधे से अधिक रही। ठंडी हवा से सांस नली सिकुड़ने पर ऐसे मरीजों की दिक्कत बढ़ गई है। डॉक्टर दवाओं के साथ एहतियात बरतना भी जरूरी बता रहे हैं। राजा प्रताप बहादुर चिकित्सालय के चेस्ट रोग की ओपीडी में शनिवार को 80 से अधिक मरीज आए। किंतु वरिष्ठ फिजीशिएन और चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. रमेश पांडेय ने बताया कि इसमें से 45 मरीज सांस से संबंधित थे...