बागपत, मार्च 18 -- जैसे-जैसे गर्म दिन बढ़ रहे है, वैसे-वैसे माहे रमजान में मोमिनों में इबादत का जज्बा बढ़ रहा है। पुरुषों के साथ महिलाओं और बच्चे भी रोजा रखने में आगे दिख रहे हैं। रमजान के छठे रोजे को शहर भर में बच्चों ने भी रोजा रखा। कुछ बच्चों का तो ये पहला रोजा था। रविवार को मस्जिदों में ज्यादा रौनक रही। नमाज के बाद लोगों ने कुरान की तिलावत की, मौलानाओं ने रमजान की फजीलत बयां की। नगर की फूंस वाली मस्जिद के शहर इमाम मौलाना आरिफ-उल-हक ने फरमाया कि ऐतकाफ करने वाला गुसल के लिए निकल सकता है, खाना खा सकता है, सो सकता है। जरूरत के लिए बाहर से आवश्यक वस्तु मंगा सकता है। उन्होंने अकीदतमंदों से कहा कि रमजान पाक में ऐसा न बोले जिससे किसी को तकलीफ होती हो। इफ्तार के समय काफी भीड़ बाजार में रही, रोजेदारों के लिए एक से बढ़कर एक व्यंजन की दुकानें, ठेले स...