वाराणसी, जनवरी 29 -- वाराणसी। मौनी अमावस्या पर बुधवार को काशी के घाटों पर आस्था का अमृत कलश छलका। पौ फटने से पहले ही घाटों पर जुटे श्रद्धालुओं ने स्नान शुरू कर दिया। दोपहर बाद तक स्नानार्थियों की कतार अटूट रही। स्नान-दान और अनुष्ठान के बाद लोग बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए निकले। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार मौनी अमावस्या पर चार योग बने हैं। जबकि श्रवण नक्षत्र भी है। मकर राशि में सूर्य, चंद्रमा और बुध के एक साथ होने से त्रिग्रही योग बना है। ज्योतिष में इस योग को बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसे में आज शिववास, सिद्धि, वृषभ गुरु और वज्र योग बना है। इस योग में काशी में स्नान, दान करने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगी है।

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