पीलीभीत, अप्रैल 22 -- बदलाव की आहट के बीच जिले में सोलर क्रांति ने घरों में दस्तक देना शुरू कर दिया है। जिले को मिले लक्ष्यों के सापेक्ष अब तक तीन हजार किलोवाट बिजली का उत्पादन तो अकेले सोलर पैनल के जरिए लोग अपने निजी प्लांट पर करने लगे है। यही नहीं शासन की रीति नीति के अंतर्गत ऊर्जा को बचाने के लिए संचार निगम के टावर हों अथवा जल निगम की पानी की टंकियां। यहां तक कि बिजली सब स्टेशन पर भी सोलर ऊर्जा के जरिए उपभोक्ताओं की डिमांड को पूरा करने का संकल्प लिया गया है। पृथ्वी दिवस पर इस बार हमारा ग्रह : ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोत पर ध्यान विषय पर केंद्र से लेकर राज्य सरकारें और जिला प्रशासन तक फोकस कर रहा है। लोगों का कहना है कि यह समय के साथ जरूरी भी है। जिले में 2027 तक के लिए नेडा को दस हजार पीएम सूर्य घर योजना के अंतर्गत कनेक्शन का लक्ष्य दिया...