बदायूं, अप्रैल 19 -- हजरत भोले शाह उर्फ मील वाले दादा मियां के 33 वें उर्स पर मुशायरा का आयोजन किया गया। जिसमें दूर दराज से आये मशहूर शायरों ने शिरकत फरमाई। कार्यक्रम में एक के बाद एक शायर एवं कवियत्री ने अपने कलाम से लोगों को वाह वाह करने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का आगाज हाफिज जियाउल साबरी एवं शायर शमशाद अलीनगरी ने नात से किया। सर्वप्रथम स्थानीय शिक्षक कवि सुधीर कुमार ने अपने मुक्तकों से अपने अनुभव व्यक्त किये। तालिब हमीद रामपुरी ने फरमाया करो न फिक्र किसी बात की मेरे बच्चों। दिल्ली से आई कवियत्री वेदरिचा माथुर ने पढ़ा पिताश्री आप मेरे राग हैं अनुराग हैं। पूरनपुर से आईं शायरा सुल्तान जहां ने फरमाया मेरे मुंसिफ मेरे रहबर तू अब तो फैसला कर दे। मशहूर हास्य कवि अनगढ़ संभली ने फरमाया ऐसा किया मजाक मेरी जिंदगी के साथ। शायर शमशाद अलीनगरी ने फ...