लखनऊ, जून 15 -- पिता बच्चों के लिए अभिमान, स्वाभिमान और आसमान जैसा होता है। बचपन में पिता ही अंगुलिया पकड़कर चलना, मुश्किलों से लड़ना और अपने अनुभवों से आगे के रास्ते दिखाता है। विश्व फादर्स डे पर हिन्दुस्तान टीम ने बच्चों के रोल मॉडल कुछ से बात की। बच्चों ने भी कहा कि मेरे पापा ही मेरे सबसे बड़े रोल मॉडल रहे हैं। ऐसे पिता को खोजा जिन्होंने अपने संघर्ष, त्याग से बच्चों को बुलंदियों पर पहुंचाया। बच्चों को पिता की भूमिका का अहसास कराते रहे। पिता ने उंगली पकड़ कर चलना सिखाया, अब सितारों के बीच भरेगा उड़ान त्रिवेणी नगर स्थित घर के लॉन में एक बच्चा चलने की कोशिश कर रहा था। उठ कर खड़ा हो कर डगमगाता फिर एक या दो कदम चलते हुए धम्म से गिर जाता। कभी मुस्कुराता तो कभी रोने लगता। पास खड़े पिता ने उसे गोदी में उठाकर पुचकारा। फिर उंगली पकड़कर चलना सिखा...
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