नई दिल्ली, अक्टूबर 4 -- दिल्ली में एक ट्रक हादसे में एक मां ने अपने इकलौते बेटे को खो दिया। अस्पताल के बाहर खड़ी मां ने रुंधे गले से कहा कि उनके बच्चे का पैर कट गया था। वह सिर्फ 20 साल का था। अब वह इस दुनिया में नहीं है। मां ने इलाज में देरी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने डॉक्टरों से तुरंत अपने बेटे का इलाज करने या निजी अस्पताल में भेजने की बात कही, लेकिन उनकी एक न सुनी गई। दिल्ली के एक अस्पताल के बाहर खड़ी ममता रोहिणी में मूर्ति विसर्जन जुलूस से लौट रहे एक ट्रक के पलटने के बाद के पलों को याद कर रही थीं। इस हादसे में उनके बेटे अनमोल की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। ममता ने अस्पताल के बाहर अपने आंसू रोकते हुए कहा कि ड्राइवर नशे में था, फिर भी उसे गाड़ी चलाने पर मजबूर किया गया। हादसे में कई लोग घायल हुए। मेरे बच्चे का पैर क...