देहरादून, नवम्बर 6 -- भाजपा नेता रवीन्द्र जुगरान ने कहा की उत्तराखण्ड में जिस दिन से स्थायी निवास प्रमाण पत्र निर्गत करने की व्यवस्था प्रारंभ हुई उसी समय से मूल निवास प्रमाण पत्र निर्गत होने बंद कर दिए गए। जबकी मूल निवास प्रमाण पत्र जारी न करने के लिए आज तक कोई अधिकृत आदेश नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति मूल निवास के मानक पूरा करता है उसे मूल निवास प्रमाण पत्र जारी किया जाना चाहिए और जो स्थायी निवासी के मानक पर आते हैं, उन्हें स्थायी निवास प्रमाण पत्र दिया जाना चाहिए। रजत जयंती वर्ष में उत्तराखंड में तत्काल मूल निवास प्रमाण पत्र जारी करने की व्यवस्था लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलन अपनी पहचान का भी आंदोलन था और इसे मूल निवास प्रमाण पत्र से ही पूरा किया जा सकता है।

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