बागेश्वर, नवम्बर 23 -- बागेश्वर। स्वतंत्रता संग्रामों में योगदान देने वाले और आज भी अपने अस्सी प्रतिशत युवाओं को सेना में भेजने वाले पुंगर घाटी क्षेत्र की बुनियादी जरूरतें आज भी अधूरी हैं। प्रचुर खनिज संपदा होने और राज्य व केंद्र को बड़ा राजस्व देने के बावजूद यह क्षेत्र विकास की मुख्यधारा से आज तक दूर है। पुंगरघाटी विकास मंच के बैनर तले दोफाड़ में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाला बालीघाट-धरमधर मोटर मार्ग चिड़ंग, चौरा, दोफाड़, बनलेख, रीमा सहित कई स्थानों पर अत्यंत जर्जर और जानलेवा स्थिति में है।

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