अमरोहा, मार्च 23 -- अमरोहा। चौथे खलीफा अमीर-उल-मोमेनीन हजरत अली इब्ने अबू तालिब (र.अ.) की यौमे शहादत पर तहसील वाली मस्जिद में जलसा आयोजित हुआ। सदारत पेश इमाम गुलाम मुर्तजा जबकि निजामत हाजी खुरशीद अनवर ने की। शुक्रवार रात जलसे का आगाज हाफिज शमीम अमरोहवी ने तिलावते कलामे पाक से किया। जुबैर इब्ने सैफी, पेश इमाम हाफिज गुलाम मुर्तजा, हाफिज शमीम अमरोहवी, हाफिज ताहिर मियां ने बारगाहे रिसालत में नातिया कलाम व मौला अली की शान में मनकाबत के जरिए खिराजे अकीदत पेश की। मुफ्ती नसीम अहमद ने फरमाया कि हजरत अली पैगंबरे-ए-इस्लाम के दामाद व हजरत इमाम हसन व हजरत इमाम हुसैन के वालिद थे। आप इबादत व रियाजद में मुस्लमानों के इमाम व पेशवा, हिम्मत व शुजाअत के ताजदार व अशरा-ए-मुबाश्शिरा में अपने मरातिब व दर्जात की वजह से बहुत मुमताज थे। आपके लिए रसूले खुदा ने फरमाय...