अमरोहा, जनवरी 29 -- गणतंत्र दिवस पर नगर के मोहल्ला मनिहारान में मुशायरे का आयोजन किया गया। अध्यक्षता शाहनवाज अंसारी व शमा रोशन जावेद जरताब एवं अलीम मेंबर ने की। मुशायरे का आगाज करते हुए सुलेमान फराज ने पढ़ा कि..हर शख्स तेरे बाद मुनाफिक लगा मुझे, मैं रफ्ता-रफ्ता सारे जमाने से कट गया। आरिफ हसनपुरी ने कुछ यूं कहा..मुझे यह डर है कि इंसानियत ना मर जाए, सभी के हाथ में खंजर दिखाई देते हैं। तसव्वर अली खावर ने पढ़ा.. वह भड़की आग थी आंखों में मेरे ख्वाबों की, सुलगती आंखों से भी इंतजार हमने किया। जावेद जरताब ने कहा..वह कहीं रास्ते से तो भटका नहीं, मुझको हर पल की उसकी खबर चाहिए। मुजाहिद अंसारी बोले..वो ऐसा शख्स है लहजा बदल भी सकता है, जरा सी बात पर हद से निकल भी सकता है। अफजल गौहर ने फरमाया..याद करते हैं दिए को सब अंधेरी रात में, कौन मिलता है किसी से...