मुंगेर, मार्च 23 -- गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय, बड़ोदरा के कुलपति प्रो. रामशंकर दूबे ने दीक्षांत समारोह में आये विद्यार्थियों को सफलता के पांच मूल मंत्र दिये। उन्होंने मुंगेर की पावन भूमि को नमन करते हुए कहा कि यह क्षेत्र न केवल बिहार बल्कि संपूर्ण भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का केंद्र रहा है। अंगराज कर्ण, मुद्गल ऋषि, श्रृंगी ऋषि तथा बिहार योग विद्यालय की परंपरा ने इसे गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि, भारत प्राचीन काल से ही ज्ञान और शिक्षा का केंद्र रहा है। चाणक्य, बुद्ध, महावीर, गुरु गोविंद सिंह जैसे महान व्यक्तित्वों ने इस धरती पर जन्म लिया और शिक्षा, योग, नीति, और अध्यात्म के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, मुंगेर विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा में अपनी पहचान स्थापित कर रहा है। उन्होंने राष्...