बागेश्वर, अगस्त 26 -- समाज सेवक रहे राय बहादुर मुंशी हरि प्रसाद टम्टा को 138वीं जयंती पर याद किया। स्थानीय पुस्तकालय में उनकी प्रतिमा पर विभिन्न संगठनों ने पुष्पांजलि अर्पित की। उनके जीवन पर प्रकाश डाला। तहसील रोड पर पूर्व मंत्री स्व. राम प्रसाद टम्टा पुस्तकालय एवं वाचनालय में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि मुंशी हरिप्रसाद टम्टा ने ब्रिटिश तथा स्वतंत्रता के बाद के काल में शिल्पकारों को शिक्षित करने, जागरूक करने तथा नेतृत्व प्रदान करने के लिए जीवन भर इन असमानताओं, छुआछूत के विरुद्ध संघर्ष किया। हरिप्रसाद टम्टा शिल्पकार क्रांति के जनक, उत्तराखंड के स्थानीय इतिहास में गुमनाम रहे हैं। उन्होंने जीवन भर समाज में पनप रहे भेदभाव को खत्म करने के लिए संघर्ष किया। इन्हें उत्तराखंड का आंबेडकर भी कहा जाता है। सभी ने उनके बताए मार्ग पर चलने का ...