रिषिकेष, जुलाई 31 -- उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 145वीं जयंती पर गुरुवार को पब्लिक इंटर कॉलेज में उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। विद्यालय परिवार के सदस्यों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें सच्चा कलम का सिपाही बताया। गुरुवार को मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर विद्यालय की कक्षा 12 वीं की छात्रा नताशा ने उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य अंकित डोबरियाल ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद को पढ़ना उन चीजों से अवगत होना है जो समाज की बुनियादी समस्याएं हैं। हिंदी विभागाध्यक्ष अश्वनी गुप्ता ने कहा कि उपन्यास सम्राट की लेखनी हमेशा गरीबों की पीड़ा को उजागर करने वाली रही है। जिन्होंने अपने महान उपन्यास गोदान, शतरंज के खिलाड़ी, ईदगाह, मंत्र के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति की पीड़ा को महसूस किया। इस अवसर पर शिक्षक भुवनेश वर्मा, आलोक जोश...