शामली, फरवरी 25 -- मेरठ में बैठक के बाद यूपी-हरियाणा भूमि सीमा विवाद के हल की कवायद शुरू की गई है। इसके तहत सीमा पर पिलर लगाने के लिए रूड़की की आईटी कंपनी को नामित किया गया है। पहले सीमा पर मिट्टी का परीक्षण कराया जाएगा, जिसके बाद कंपनी पिलर का निर्माण कराकर लगाएगी। 1974 से यूपी और हरियाणा के किसानों के बीच सीमा पर स्थित भूमि को लेकर विवाद चला आ रहा है। इसका मुख्य कारण यमुना की बदलती जलधारा है। जलधारा बदलने के साथ ही सीमा पर लगे पिलर भी नष्ट हो गए या फिर पानी में बह गए। शासन ने सीमा विवाद के मामले में कमिश्नर मेरठ को नोडल अधिकारी बनाया है। तीन दिन पूर्व कमिश्नर ने शामली, सहारनपुर, बागपत, गौतमबुद्धनगर और अलीगढ़ के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उन्होंने विवाद सुलझाने के लिए अभिलेखों के बारे में जानकारी की थी। निर्देशित किया था कि ...
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