झांसी, फरवरी 15 -- झांसी,संवाददाता । केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के तीन दिनी कृषि मेला में श्री अन्न पर जोर दिया गया। विशेषज्ञों ने कहा कि मिट्टी की सेहत सुधारने श्री अन्न को फसल प्रणाली में शामिल करना होगा। यहां देशभर से कई विशेषज्ञ आए और उन्होंने किसानों को अलग अलग जगह से करीब ढाई सौ किसानों को खेती के बेहतरीन टिप्स भी दिए। रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (आरएलबीसीईयू), आरआरए नेटवर्क, हैदराबाद के सहयोग से बुन्देलखण्ड में श्री अन्न पुनरुद्धार और मूल संवर्धन हेतु क्षमता निर्माण पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में किसानों को श्री अन्न उत्पादन के आधुनिक तकनीकों से जोड़ना, जलवायु अनुकूल कृषि को प्रोत्साहित करना और श्री अन्न आधारित सतत आजीविका को सुदृढ़ बनाना है। श्री अन्न न केवल सूखा-प्रतिरोध...