गंगापार, मार्च 3 -- सोमवार को एकाएक गर्मी की बढ़ी तल्खी ने सबको हैरान कर दिया है। हमेशा से होली के बाद ऐसी गर्मी बढ़ने के आसार लगाये जाते रहे हैं, लेकिन इस बार मार्च शुरू होते ही पछुआ हवा ने गति पकड़ ली है, और तापमान भी बढ़ गया है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है ऐसा पहली बार हुआ है जब मार्च शुरू होने के साथ ही गर्मी के साथ तपती पछुआ हवा ने भी दस्तक दे दी है। इससे जमीन की नमी तेजी से कम हो सकती है और पेयजल संकट भी गहरा सकता है। तहसील क्षेत्र अधिकांश पहाड़ी और ऊंची- नीची जमीन वाला क्षेत्र माना जाता है। पाल और उपरौध में यह अपवाद है। इन इलाकों में सिंचाई की भी सुविधाए अधिकांश अपने भरोसे हैं।इसीलिए इन इलाकों में से उपरौध के किसान तो रबी सीजन में दलहनी फसलों में मटर, मसूर तथा चना आदि की अधिकतर खेती करते हैं तो वहीं पाल के किसान अरहर, चना और मटर को...
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