प्रयागराज, अगस्त 27 -- गंगा का जलस्तर बढ़ने से अंतिम संस्कार की डगर भी मुश्किल हो गई है। रसूलाबाद श्मशान घाट के मार्ग पर तीन फीट से अधिक पानी है। दारागंज में एकबार फिर ढाल की सड़क पर पर अंतिम संस्कार हो रहा है। झूंसी के छतनाग और नैनी के देवरस में श्मशान घाट सिमट गया है। रसूलाबाद श्मशान घाट के मार्ग पर बाढ़ का पानी आने के बाद अब नावों से शव लेकर जा रहे हैं। नाव पर मृतक के परिजन ही अंतिम संस्कार में शामिल हो रहे हैं। श्मशान घाट के संचालक जगदीश त्रिपाठी ने बताया कि बाढ़ के बाद कम शव आने लगे हैं। मंगलवार को 20 से अधिक शव अंतिम संस्कार के लिए घाट पर लाए गए। बुधवार को शाम तक सिर्फ छह शवों का अंतिम संस्कार हो सका। जगदीश बताते हैं कि इसी तरह गंगा का जलस्तर बढ़ता रहा तो श्मशान घाट के चबूतरे पर पानी भर जाएगा और अंतिम संस्कार रोकना पड़ेगा। दारागंज श...