औरंगाबाद, जुलाई 13 -- मानसून के आगमन के साथ ही दाउदनगर क्षेत्र के खेत-खलिहानों और ग्रामीण इलाकों में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ गई हैं। बारिश के बाद जब सांप अपने बिलों से बाहर निकलते हैं, तो उनके इधर-उधर भटकने से सांप काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ जाती हैं। ऐसे में ग्रामीणों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। दाउदनगर अनुमंडल अस्पताल में सांप के डंसने के बाद उपचार के लिए आवश्यक दवा एंटी-स्नेक वेनम उपलब्ध है। इससे पीड़ितों को इलाज के लिए औरंगाबाद जिला मुख्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जब खेतों में बुआई, रोपाई और अन्य कृषि कार्य चल रहे होते हैं। इस दौरान किसान सबसे अधिक जोखिम में रहते हैं। दाउदनगर क्षेत्र में विशेष रूप से रसेल वाइपर, करैत और कोबरा जैसे विषैले सांपों का अधिक प्रकोप देखा जाता है। सांप के डंसने पर अगर संभव हो तो सांप को साथ लेकर अस्पताल ...