प्रतापगढ़ - कुंडा, अप्रैल 11 -- कुंडा, संवाददाता। श्रीमद्भागवत कथा केवल कथा ही नहीं वह संजीवनी बूटी है जिससे मानव के लिए कल्याणकारी साबित हुई है। कलयुग में तपस्या से नहीं श्रीमद्भागवत कथा से ही जीवों का कल्याण होता है। बारों में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में यह बातें आचार्य देवव्रत ने कही। कथा के दौरान श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारे हे नाथ नारायण वासुदेवाय कीर्तन से इलाका भक्तिमय हो गया। नन्द किशोर त्रिपाठी ने भगवान श्रीकृष्ण, राधारानी की आरती उतारी। इस मौके पर कृष्ण बिहारी, शिवमूर्ति, गिरीश, अजय, अश्वनी, पुनीत आदि मौजूद रहे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...