अररिया, दिसम्बर 25 -- भरगामा, ए.सं.। मानव को अच्छे कर्म करना चाहिए।अच्छे कर्म पुण्य के रूप में फलीभूत होता है। मानव अच्छे कर्म से ही जाना जाता है। उक्त बातें आचार्य परमहंस योगानंद जी महाराज ने भरगामा बाजार में आयोजित एक दिवसीय संतमत सत्संग के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मानव को पंच पाप से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि दान पात्रता के अनुसार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग व्यक्ति परिवार का आधार होता है। परिवार में सदस्यों के बीच प्रेम से मां लक्ष्मी खुश रहती है। बुजुर्ग के बिना परिवार अधूरा होता है। सत्संग यह के महता पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी यज्ञ से श्रेष्ठ यज्ञ सत्संग है। सत्संग में भरगामा बाजार के प्रसिद्ध व्यवसायी सीताराम भारती को उपस्थित लोगों ने श्रद्धांजलि दी। इधर आचार्य के भरगामा आगमन पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर आचार्य समे...
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