लखनऊ, अप्रैल 30 -- लखनऊ विश्वविद्यालय की शिक्षिक माद्री काकोटी व लोक गायिका नेहा सिंह राठौर पर गई एफआईआर को लेकर सिविल सोसाइटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में एफआईआर को तत्काल रद्द किया जाने की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल में लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति प्रो रूपरेखा वर्मा, प्रो. रमेश दीक्षित, दीपक कबीर, दिनकर कपूर, वंदना राय, शांतम, मीना सिंह, कांति मिश्रा, इमरान राजा और राजीव ध्यानी शामिल थे। इस मौके पर प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने कहा कि नेहा और माद्री पर हुई एफआईआर न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है बल्कि लोकतान्त्रिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों के विरुद्ध भी है। सत्ता के कामकाज पर सवाल उठाना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है।

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