बागपत, नवम्बर 18 -- बागपत। प्रसव पूर्व जांचों से गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित कराने के मकसद से संचालित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के नाकाम हो जाने के हालात पैदा हो गए हैं। अभियान के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच उनके घर के पास मुफ्त कराने की सहूलियत दम तोड़ गई हैं। पिछले काफी दिनों से जनपद में निजी अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउंड जांच बंद पड़ी है। एनएचएम के अंतर्गत फंड की कमी इसकी वजह बताई जा रही है। --- सुरक्षित प्रसव को इसलिए जरूरी है नियमित जांच विशेषज्ञों के मुताबिक प्रसव के समय जटिलताओं के खतरे को रोकने के लिए प्रेगनेंसी के समय चार से पांच बार अल्ट्रासाउंड जांच होना जरूरी है। जिससे किसी भी तरह की समस्या, गड़बड़ी का पता समय रहते चलने से उसका इलाज संभव हो जाता है। --...