पूर्णिया, मई 13 -- पूर्णिया। बुद्ध पूर्णिमा पर उपासना कुमारी की अध्यक्षता में विद्या मंदिर गुलाबबाग में मातृ-गोष्ठी सम्मेलन हुआ। माताओं ने इस गोष्ठी में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सभी माताओं के पाल्य/पाल्याओं के शारीरिक, बौद्धिक व मानसिक विकासार्थ सुझाव को क्रमशः सुनकर प्रधानाचार्य चन्द्रमोहन प्रसाद यादव ने माताओं की महती भूमिका को बताया। उन्होंने कहा कि माता ही बच्चों के प्रथम गुरु होती हैं। बच्चों के संस्कार पक्ष का उत्तरोत्तर विकास माता के ही निरन्तर देखभाल से होता है। इसलिए माता की जिम्मेवारी गुरु के अपेक्षा अधिक होती है। गुरु और माता-पिता के सहयोग से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।

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