आगरा, जुलाई 25 -- जय मुनि का शहर में चातुर्मास प्रवास चल रहा है। इसी क्रम में राजामंडी स्थित जैन स्थानक महावीर भवन में उन्होंने महावीर स्वामी की करुणा यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि करुणा कोई अदृश्य वस्तु नहीं है। परिवार में माता-पिता ने हम पर करुणा बरसाई है। 'मां या 'माता शब्द लगने से चीजें पावन हो जाती हैं। मां ने हमेशा परिवार और संसार के लिए त्याग किया है। माता-पिता का कर्ज उतारना बहुत कठिन है। करुणा का शरीर में खून की तरह संचार होना चाहिए ताकि समस्त संसार प्रफुल्लित और विकसित हो सके। महावीर भवन में इन दिनों पांच जैन मुनियों का चातुर्मास चल रहा है जहां पर प्रतिदिन प्रवचनों की त्रिवेणी बहती है। जयमुनि महाराज, आदीश मुनि महाराज और आदित्य मुनि महाराज द्वारा विभिन्न विषयों पर मर्मस्पर्शी व्याख्यान दिए जा रहे हैं। शुक्रवार की धर्म सभ...