प्रयागराज, जुलाई 4 -- प्रयागराज। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में आधारभूत साक्षरता के प्रथम सोपान के रूप में पूर्व प्राथमिक शिक्षा को चिन्हित किया गया है। पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के लिए निर्धारित आयु के तीन से छह साल के बच्चे सबसे अधिक अपनी मां से भावनात्मक रूप से जुड़े रहते हैं। लिहाजा बच्चों के समग्र विकास के लिए बच्चों की प्रथम शिक्षिका यानि उनकी माता को बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य एवं सीखने के अवसर से संबंधित बिंदुओं पर उन्मुखीकरण किया जाएगा। महानिदेशक स्कूली शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को 27 जून को भेजे पत्र में लिखा है कि माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य माताओं को बच्चों के देखभाल के साथ-साथ औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार करने में उनकी भूमिका से अवगत कराते हुए प्रेरित करना है। इसकी पहली बैठक पांच जुलाई ...