बदायूं, दिसम्बर 29 -- बिसौली। नगर के हरी बाबा मंदिर में चल रही रामकथा के छठे दिन कथा व्यास देशपाल भारद्वाज महाराज ने मां कौशल्या और श्रीराम के वृत्तान्त को सुनाया। भगवान ने अपनी मां को भी लीला दिखाई। बताया, एक दिन माता कौशल्या ने बाल रूप भगवान को पालने में सुला दिया और भगवान का भोग लगाने लगीं। उन्होंने देखा कि राम जी भोग ग्रहण कर रहे हैं। घबराई मां पालने के पास गईं तो राम जी वहां सो रहे थे। फिर भागकर भोग स्थान पर आईं तो वह खा रहे थे। माता कौशल्या थक हारकर बैठ गईं। हम, फिर माता भी थका मानकर भगवान राम ने अपनी लीला दिखाई। जैसे ही राम ने अपना मुख खोला, माता कौशल्या आश्चर्यचकित रह गईं। उन्हें राम के मुख में संपूर्ण ब्रह्मांड दिखाई देने लगा। उन्होंने आकाश, सूर्य, चंद्रमा, तारे, पर्वत, नदियाँ, समुद्र, देवता, ऋषि, दिशाएँ, काल, पृथ्वी और स्वयं अयो...
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