बोकारो, सितम्बर 29 -- नवरात्र के छठे दिन माता कात्यायनी की अर्चना और आराधना के साथ पंडालों में माता रानी की दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सोमवार सप्तमी प्रवेश के साथ माता के पट खुलने लगे और वातावरण या देवी सर्वभूतेषु और मां भगवती के जयकारे से गुंजायमान होता रहा। जैनामोड़ व आसपास के दुर्गा मंदिरो में देवी के सातवे रुप कालरात्री की पूजा- अर्चना आचार्य व पुजारी के नेतृत्व में संपन्न हुआ। जैनामोड़ सार्वजनिक दुर्गा मंदिर के आचार्य आलोक उपाध्याय कहते है, कि मां कालरात्री मां दुर्गा के सबसे रौद्र और उग्रस्वरुप में से एक है। ये रूप दिखने में भले ही भयावह लगे। लेकिन मां कालरात्री अपने भक्तो को मुक्ति, शक्ति और सुरक्षा का वरदान देती है। उनका डरा देने वाला रुप भी भक्तो के लिए शुभ और मंगलकारी होता है। इसके पूर्व संध्या में सभी मंदिरो में बेलवर...