रांची, सितम्बर 23 -- मांडर, प्रतिनिधि। भारथी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, कंदरी मांडर में आयोजित दो दिनी अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन बौद्धिक संपदा अधिकार नवाचार, समाज और शिक्षा विषय पर गहन विमर्श हुआ। संगोष्ठी का उद्घाटन पारंपरिक गीत, ढोल-मांदर और नगाड़े के बीच दीप जलाकर किया गया। वक्ताओं ने बौद्धिक संपदा अधिकारों के महत्व पर प्रकाश डाला, जो नवाचार की रक्षा के साथ समाज और शिक्षा में प्रगति का स्रोत है। रांची विश्वविद्यालय के डॉ सुदेश कुमार साहू और डॉ केके नाग सहित अन्य विद्वानों ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ दीपाली पराशर, महाविद्यालय की प्राचार्या ने कहा, संगोष्ठी का उद्देश्य शैक्षणिक संवाद के अलावा नवाचार और परंपरा के बीच संतुलन स्थापित करना है। वहीं को-ऑर्डिनेटर मनोज कुमार गुप्ता ने नवाचार को संरक्षण देने की जरूरत पर बल दिया। सां...