रायबरेली, अप्रैल 8 -- लालगंज। क्षेत्र के पूरे पुराना मजरे गौरा रुपई में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथा व्यास स्वामी स्वात्मानंद महाराज ने महाभारत के प्रसंग सुनाते हुए जीवन में धर्म के महत्व को बताया। कहा कि हमारे जीवन में धन, बुद्धि और शरीर का उपयोग धार्मिक और सत्कर्मों के लिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य में यदि इन तीनों का उपयोग नही है तो अधर्म में होगा, इसलिए उसके दुष्परिणाम हमें ही भुगतने पड़ते हैं।

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