बदायूं, जुलाई 22 -- उत्तर प्रदेश हिन्दी प्रचार समिति द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। शुभारंभ समिति के अध्यक्ष काशीनाथ वर्मा द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया गया। डॉ.अरविंद धवल ने मां वीणा पाणि की वंदना की।अ ध्यक्षता डा. गीतम सिंह ने की । उझानी के डॉ.गीतम सिंह ने पढ़ा, प्यार को आजमाना जरूरी नहीं...। डॉ.अरविंद धवल ने कुछ यूं कहा, तरुणाई को झूलते देखा जो इक बार कक्का देखो मांगते , यौवन आज उधार...। पवन शंखधार ने पढ़ा, हमारी आन है हिन्दी हमारी शान है हिन्दी...। विनोद सूर्यवंशी दिल बदायूंनी ने कहा, जो कोई शख्स शोलों को हवा देता है...। शायर समर बदायूंनी ने पढ़ा, किसी को आजमा कर क्या करूंगा...। षट्वदन शंखधार ने पढ़ा, देव महादेव करो दास से न कोई भेद...। विष्णु गोपाल अनुरागी, अय्यूब बदायूंनी आदि ने रचना पाठ किया। संचालन प...