बिजनौर, अक्टूबर 1 -- शारदीय नवरात्रों की अष्टमी पर नगर के मंदिरों व घरो में में विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। अष्टमी पर नौ देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन कर उन्हें जिमाया और हलवा पूरी व काले चने का भोग लगाया गया। मंगलवार को मां भगवती के आठवें स्वरूप महागौरी की आराधना की गई। इस अवसर पर देवी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। नवरात्र के आठवें दिन आदि शक्ति के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है। भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए मां ने कठोर तपस्या की थी। इस कारण उनका रंग काला पड़ गया था और वह शारीरिक रूप से बहुत कमजोर हो गईं थी। शिवजी को प्रसन्न करने के बाद माता ने अपने स्वास्थ्य और स्वरूप को पुन: प्राप्त करने के लिए फिर से तपस्या की। इस तपस्या के बाद माता के शरीर से उनका श्याम वर्ण अलग हुआ और मां कौशिकी प्रकट हुईं। मां पार्वती ग...
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