प्रयागराज, फरवरी 27 -- प्रयागराज संवाददाता। महाकुम्भ 2025 के समापन के बाद भी संगम तट पर अपनों की तलाश जारी है। कई लोग अपने बिछड़े परिजनों की तलाश में खोया-पाया केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं, तो कुछ परिजन शिविर में डेरा डाले हुए हैं। रायपुर छत्तीसगढ़ के 61 वर्षीय बृजलाल चौहान पत्नी की तलाश में दो दिन से भूल-भटके शिविर में हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को अरैल घाट पर स्नान किया। बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन करने के बाद वापस ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन जा रहे थे कि मेला क्षेत्र से निकलते ही उनकी पत्नी जंगी देवी बिछड़ गईं। बताया कि पत्नी के पास पैसा, मोबाइल कुछ भी नहीं हैं। घर पर भी अभी नहीं पहुंची हैं, पत्नी का कुछ पता चलने पर ही यहां से जाएंगे। वहीं, दूसरी ओर मुजफ्फरपुर धरकरी बिहार के कपलेश्वर साहनी अपने साढू हरिन्द्र साहनी के साथ केंद्र...