पूर्णिया, मई 25 -- जलालगढ़, एक संवाददाता। हृदय परियोजना के माध्यम से कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ में मशरूम उत्पादन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण मे श्रीनगर प्रखंड के सिंघिया भगता, दमैली, चनका, हसेली, देवीनगर और डंगराहा के महिला और किशोरी समूह के 80 सदस्यों ने भाग लिया। प्रशिक्षण मे कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. के. एम. सिंह, डॉ. गोविन्द कुमार, डॉ. आतिश सागर, डॉ. संतोष कुमार, बैज्ञानिक, डॉ. राबिया प्रवीण ने मशरूम उत्पादन से सबंधित जानकारी को साझा करते हुए बताया कि भारत मे मुख्यत तीन तरह के मशरूम ढिगरी (ऑयस्टर), बटन और दूधिया (मिल्की) मशरूम का उत्पादन किया जाता है। बटन मशरूम का उत्पादन व्यावसायिक तौर पर किया जाता है। ढिगरी मशरूम का उत्पादन अक्टूबर से फरवरी-मार्च तक होता है। बटन मशरूम का...