अमरोहा, अगस्त 20 -- डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से निपटने के लिए जिले की बड़ी आबादी के मुकाबले स्वास्थ्य विभाग के पास संसाधन बेहद कम हैं। मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए प्रति गांव महज 200 मिलीलीटर टेमीफास उपलब्ध कराया जाता है। सीएचसी स्तर पर हजारों की आबादी वाले गांवों में केवल दो स्प्रे मशीनों के सहारे मच्छरों के प्रकोप को कम करने के लिए करीब 150 मिलीलीटर मैलाथियान का स्प्रे कराया जा रहा है। बारिश और सर्दी के सीजन में मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों के लक्षण उभरते ही लोग जांच व इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों से दूर निजी अस्पताल और लैबों का रुख करते हैं। आज विश्व मच्छर दिवस है। मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों के प्रति स्वास्थ्य विभाग अधिक समतापूर्ण विश्व के लिए मलेरिया के विरूद्ध लड़ाई में तेजी लाना विषय पर जागरूकता, ब...