लखनऊ, सितम्बर 19 -- मिसाल लखनऊ, वरिष्ठ संवााददाता। केजीएमयू के कर्मचारियों ने एक बार फिर से सेवा और इंसानियत की मिसाल पेश की है। संस्थान में लावारिस अवस्था में लाए गए घायल के मुफ्त इलाज मुहैया कराया। तबीयत में सुधार के बाद शुक्रवार को कर्मचारियों ने मरीज को उसके घर तक पहुंचाया। केजीएमयू के सीएमएस डॉ. बीके ओझा ने बताया कि 30 अगस्त को रेल दुर्घटना में घायल 45 वर्षीय युवक को गंभीर अवस्था में ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया था। ट्रॉमा सर्जरी विभाग के डॉ. नरेंद्र कुमार ने मरीज को देखा। मरीज की हालत गंभीर थी। उन्होंने मरीज को भर्ती कर लिया। मरीज की जान बचाने के लिए उसके दोनों हाथ-पैर काटने पड़े। होश आने पर घायल ने अपना नाम राजेंद्र बताया। घर का स्पष्ट पता नहीं बता पाने के बावजूद उसने यह जानकारी दी कि वह कानपुर का रहने वाला है। पुलिस के माध्यम से संपर...