वाराणसी, सितम्बर 1 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। काशी में गणेशोत्सव क्रमश: अपनी पूर्णता की ओर अग्रसर है। रविवार को लालबाग के राजा को महाराष्ट्रीय तौर तरीकों के साथ तो शारदा भवन के गणपति को बनारसी परंपरा के अनुसार विदाई दी गई। वहीं अन्य पंडालों में पूजन-अर्चन के साथ साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियां हुईं। शारदा भवन में 97वें श्रीगणेशोत्सव में विसर्जन शोभायात्रा से पूर्व वरिष्ठ गायक पं. देवाशीष डे का शास्त्रीय गायन हुआ। प्रथमेश को राग भूपाली तोड़ी अर्पित किया। शाम को पारंपरिक मार्ग से शोभायात्रा निकाली गई। पुन: शारदा भवन पहुंच कर बड़े पात्र में संकलित गंगा जल में विसर्जन हुआ। श्री काशी मराठा गणेश उत्सव समिति की ओर से शेरवाली कोठी में विराजमान लालबाग का राजा का विसर्जन लक्ष्मी कुंड में हुआ। इससे पूर्व मराठी पद्धति से पूजन हुआ। नासिक के 80 सदस्य...