दलाई लामा, नवम्बर 11 -- आध्यात्मिकता के दो स्तर होते हैं। एक स्तर हमारे धार्मिक विश्वास से जुड़ा है। इस संसार में अनेक तरह के लोग, अनेक तरह की स्थितियां हैं। यहां सात अरब लोग हैं। एक तरह से मुझे लगता है कि हमारे यहां सात अरब धर्म होने चाहिए, क्योंकि इतने विभिन्न तरह के विन्यास मौजूद हैं। मेरा मानना है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने अलग आध्यात्मिक मार्ग पर चलना चाहिए, जो उसके अपने मानसिक विन्यास, स्वाभाविक रुझान, चित्त प्रकृति, मत, परिवार और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के अनुसार हो। उदाहरण के लिए, बौद्ध भिक्षु होने के नाते, मुझे बौद्ध धर्म सबसे अनुकूल लगता है। मेरे अपने लिए, बौद्ध धर्म सबसे अच्छा है। इसका यह अर्थ नहीं है कि बौद्ध धर्म सबके लिए सर्वश्रेष्ठ है। यह साफ बात है। यह निश्चित भी है। यदि मैं सोचूं कि बौद्ध धर्म ही सबके लिए अच्छा है, तो यह मू...