दरभंगा, नवम्बर 2 -- घनश्यामपुर। देवोत्थान एकदशी का त्योहार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भगवान विष्णु को चतुर्मास के योगनिंद्रा से जगाने के लिए मिथिला में देवोत्थान एकादशी का त्यौहार मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस पर्व को लेकर लोग एकादशी का व्रत रखते हैं। गृहणियां घर आंगन को गाय की गोबर, चिकनी मिट्टी तथा गंगाजल से लीपकर पवित्र बनाती हैं। अरबा चावल के पीठार से कुल देवी काली के घर से लेकर आंगन तक अरिपन बनाती हैं। अरिपन के माध्यम से घर गृहस्थी में काम आनेवाली सभी वस्तुओं तथा कृषि औजारों की आकृति उकेरी जाती है। शाम के समय कुल देवी भगवती घर के सामने अरिपन पर कलश रखकर उस पर चौमुखी दीपक जलाया जाता है।भगवान शालीग्राम की वैदिक विधि विधान से वेद मंत्रों से पूजा अर्चना के बाद उन्हें उदितष्ठोति...