देहरादून, मार्च 12 -- जनकवि डॉ. अतुल शर्मा के जैन प्लॉट वाणी विहार में बुधवार को होली कवि गोष्ठी और होली गायन का आयोजन किया गया। एक ओर होली गीतों गाए गए वहीं बीते समय के होली गायन की स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका की चर्चा की गयी। जनकवि डॉ. अतुल शर्मा ने बताया कि कुमाऊ मे आदि कवि गुमानी पंत व गौर्दा के लोक गीतों मे फिरंगियों को भगाने का आह्वान किया गया। इनमें एक गीत छोड़ो गुलामी खिताब..,चर्चा में रहा है। उन्होंने बताया कि इन परंपरा गत होली गायन में जन प्रतिबद्धता शामिल रही। गोष्ठी में कवि पवन रावत ने होली मे गाये जाने वाले गीत सुनाए। कान्हा के हाथों मे रंग भरत है राधा के हाथों मे पिचकारी मत मारो मोहन लाला पिचकारी..। हरि फूलों से मथुरा छायी रही..प्रस्तुत किया। कवयित्री रंजना शर्मा ने होरी खेल रहे नन्दलाल मथुरा की कुंज गलिन में..,...