लखनऊ, जून 18 -- लखनऊ, कार्यालय संवाददाता फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी की ओर से वृन्दावन कालोनी स्थित एक होटल में नाटक उमरावजान का मंचन किया गया। नाटक की कहानी एसएन लाल की थी। उमराव जान की कहानी में हिन्दू मुस्लिम भाईचारे को उजागर किया गया। उमराव के घर गाना सुनने और देखने के लिए सभी धर्म के लोग आते थे। यह लोग बाहर तो धर्म के नाम पर सभी को लड़वाते थे मगर उमरावजान के पास आकर एक हो जाते थे। तब उमराव जान उनको डांटती है कि तुम लोग मंदिर मस्जिद के नाम पर लड़वाते हो मगर यहां आकर के एक हो जाते हो। नाटक संदेश देता है की तालीम सबके लिए है और मजहब के नाम पर लडना नहीं चाहिए। अभिनय के साथ मंच पर कथक नृत्य का भी बड़ा योगदान रहा। मंच पर तनिष्क शर्मा, प्रभाती पाण्डेय, अर्पित मिश्रा, अरशद खान व अन्य ने अभिनय किया। नाटक का निर्देशन युसूफ खान और वामिक ख...