लखीमपुरखीरी, मई 1 -- लखीमपुर। मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों को नवम्बर महीने से मजदूरी नहीं मिली है। नए वित्तीय वर्ष का काम शुरू हो गया है। इसका असर मनरेगा के कामधाम पर पड़ रहा है। मजदूर काम करने से कतरा रहे हैं। हालात यह है कि 50 प्रतिशत से भी कम मजदूर काम पर आ रहे हैं। इससे मनरेगा से गांवों में होने वाले काम प्रभावित हो रहे हैं। जबकि सरकार ने नए वित्तीय वर्ष के लिए मानव दिवस सृजन का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। मनरेगा मजदूर बताते हैं कि जब उनको समय से मजदूरी नहीं मिल रही है तो काम कैसे करें। वहीं इस बारे में उपायुक्त मनरेगा सुशांत सिंह ने बताया कि सरकार से कुछ बजट मिला है। मजदूरों के खाते में भेजा रहा है और बजट आते ही मजदूरों को भुगतान किया जाएगा।

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