लखीसराय, मई 7 -- चानन, नि.सं.। जानकी नवमी पर्व प्रखंड के विभिन्न गांवों व मंदिरों में मनाया गया। माता सीता को सजाकर उसकी पूजा की गई। इसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर पुष्य नक्षत्र में माता सीता का प्राकट्य हुआ था। इस दिन को जानकी नवमी या सीता नवमी के रूप जाना जाता है। इस दिन माता सीता की विधि विधान से पूजा करने से जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। इटौन के गुड्डू पंडित ने कहा कि सीता माता के जीवन का सार अनगिनत पीढ़ियों को सत्य, प्रेम और भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...