आजमगढ़, दिसम्बर 25 -- आजमगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। सूत्रधार संस्था की ओर से गुरुवार को शारदा चौराहे के पास स्थित होटल में चल रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह 'रंग महोत्सव' (आरंगम) के आखिरी दिन दो नाटकों का भावपूर्ण मंचन किया गया। पहला नाटक 'सारा' रहा। जिसके लेखक शाहिद अनवर हैं। इसकी पात्र सीमा आजमी रहीं। यह नाटक, सीमा आज़मी का एकल नाटक है। सारा, पाकिस्तान की सबसे विवादित कवयित्रियों में से एक, सारा शगुफ्ता के जीवन और समय का एक दमदार नाट्य रूपांतरण है। उनका जीवन, जो गहरे पर्सनल संघर्षों से भरा था, उनकी गहरी और प्रभावशाली लेखनी में व्यक्त हुआ। यह नाटक, जो काफी हद तक अमृता प्रीतम को लिखे उनके पत्रों से प्रेरित है, सारा के संघर्षों और सफलताओं की पड़ताल करता है, और उनकी सबसे गहरी इच्छाओं और अंदर की दुनिया की एक झलक दिखाता है। दूसरा नाटक त्रि...