मेरठ, सितम्बर 29 -- मेरठ। चौधरी चरण सिंह विवि में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की जयंती और महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर भ्रष्टाचार विरोधी वैचारिक कार्यक्रम का आयोजन किया। अध्यक्षता चौधरी यशपाल सिंह और संचालन एडवोकेट आदेश प्रधान ने किया। मुख्य विषय रहा देश, विश्वविद्यालय और संस्थानों में व्याप्त भ्रष्टाचार और यह विमर्श कि यदि गांधी और भगत सिंह आज होते तो समाधान कैसे करते। एडवोकेट आदेश प्रधान ने कहा कि भ्रष्टाचार सबसे बड़ा शत्रु है। गांधी जी अन्याय का सहयोग भी अपराध मानते थे और आज होते तो भ्रष्टाचार विरोधी सत्याग्रह का आह्वान करते। डॉ. स्नेहवीर पुंडीर ने कहा कि दोनों महापुरुषों के मार्ग भिन्न थे, पर लक्ष्य समान, भारत को भ्रष्टाचार और अन्याय से मुक्त करना। डॉ. रविंद्र राणा ने बताया कि आजादी की लड़ाई में गांधी का नैतिक बल और भगत सिंह की ...