फतेहपुर, नवम्बर 21 -- फतेहपुर। एसटीएफ द्वारा अवैध परिवहन का खेल उजागर कर लोकेटरों और उन पर कृपा बरसाने वाले अधिकारियों पर मुकदमा तो दर्ज हो गया लेकिन दस दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। जिससे लोग कहने लगे हैं कि दोआबा में भ्रष्टाचार की जड़े गहरी हैं यही कारण है कि कार्रवाई ठिठक गई है। बता दें कि बीते 11 नवंबर की रात लखनऊ एसटीएफ की टीम ने एक साथ फतेहपुर, रायबरेली और उन्नाव में छापेमारी कर अवैध परिवहन और ओवरलोडिंग के सिंडीकेट का खुलासा कर लोकेटरों और ट्रक चालकों को गिरफ्तार किया था। थरियांव थाने में खनिज अधिकारी उनके गनर, आरटीओ चालक, दो लोकेटरों और पकड़े गए ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं रायबरेली के लालगंज थाने में फतेहपुर एआरटीओ पुष्पांजलि मित्रा गौतम, पीटीओ अखिलेश चतुर्वेदी इन दोनों अधिकारियों के चालकों सहित 11 लोगों प...