दरभंगा, जुलाई 31 -- दरभंगा। आधुनिक समाज के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 21वीं सदी में भौतिकी में नवाचार और खोज जारी है। नैनोस्केल और क्वांटम पदार्थों, ब्रह्मांड विज्ञान और खगोल भौतिकी, और जैव/सॉफ्ट भौतिकी जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान महत्वपूर्ण हैं, जिसको 21वीं सदी के वैज्ञानिक कर रहे हैं। सीएम साइंस कॉलेज में गुरुवार को सेमिनार का उद्घाटन करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. दिलीप कुमार चौधरी ने ये बातें कही। 21वीं सदी में भौतिकी : नवाचार और खोज विषयक सेमिनार में प्रो. चौधरी ने कहा कि 21वीं सदी में भारत ने भी भौतिकी के अनुसंधान में हो या अंतरिक्ष में सेटेलाइट स्थापित करने की बात हो, अपना परचम लहराया है। भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ. यूके दास ने कहा कि नैनोस्केल पर पदार्थों के अद्वितीय गुणों का अध्ययन किया जा रहा है, जो क्वांटम भौत...